यश मालवीय भारतवर्ष के जाने-माने गीतकार है| इनका जन्म 18 जुलाई 1962 में कानपुर में हुआ| उनके गीतों में मानवीय संवेदनाओं के प्रति विचित्र आग्रह है |आज के समय के युवा साहित्यकारों के मध्य यश मालवीय एक विशिष्ट स्थान रखते हैं|
प्रमोशन पाने के लिए लोग कैसे जद्दोजहद करते हैं इसी पर व्यंग करते हुए लेखक ने प्लेटफार्म पर बॉस का स्वागत गुलाब के फूलों से करना चाहा किंतु ट्रेन इतनी लेट हो गई कि वह फूल भी मुरझा गए सुनते हैं यश मालवीय द्वारा लिखी गई कहानी लेट गाड़ी और मुरझाता हार अमित तिवारी जी की आवाज में
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pragati sharma